रांची, जमशेदपुर 22 अक्तूबर (ईएमएस): विधानसभा चुनाव से पूर्व झारखंड की राजनीति मेें बड़ा फेरबदल होने जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विपक्षी खेमे में सेंध लगाते हुए झामुमो और कांग्रेस को बड़ा झटका देने की तैयारी मुक्कमल कर ली है। कांग्रेस के सुखदेव भगत व मनोज यादव और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कुणाल षाडंगी व चमरा ङ्क्षलडा का कल भाजपा में शामिल होना तय माना जा रहा है। आज कुणाल षाड़ंगी ने इसका खुद खुलासा भी एक तरह से कर दिया। उन्होंने कहा किआज जनभावना देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है और उसका सम्मान करते हुए हमें भी इस जनभावना का सम्मान करते हुए उनके साथ जाना चाहिये। श्री कुणाल ने कहा कि जिस तरह प्रधानमंत्री ने देशहित में बड़े और कठोर निर्णय लिये हैं, उसे देखते हुए जनभावना के साथ चलना चाहिये। उनको लगता है कि विपक्ष संकुचित मानसिकता के साथचल रहा है। उसे लकीर मिटाने के बजाय बड़ी लकीर खींचना चाहिये।
इनके अलावा, झामुमो के निष्कासित विधायक जेपी पटेल और कुछ पूर्व वरिष्ठ पदाधिकारी भी भाजपा में शामिल होंगे। चर्चा तो यह भी है कि कांग्रेस विधायक बादल पत्रलेख को भी भाजपा में शामिल कराया जा सकता है। चुनाव पूर्व इस महामिलन समारोह को भाजपा ने भव्य बनाने की तैयारी की है। रांची के हरमू मैदान में आयोजित समारोह में ये तमाम नेता अपने-अपने दलों को त्यागकर भाजपाई हो जाएंगे।
कांग्रेस और झामुमो के ये तमाम विधायक पिछले एक माह से भाजपा के संपर्क में थे। भाजपा का टिकट मिलने की सौ फीसद गारंटी और मनपसंद सीट से चुनाव लडऩे का भरोसा मिलने के बाद ही इन्होंने पार्टी में शामिल होने का निर्णय ले लिया है। बताया जा रहा है कि इन नेताओं की मुख्यमंत्री रघुवर दास से कई दौर की वार्ता के बाद रविवार शाम को इस संबंध में अंतिम सहमति बनी।
गड़बड़ाएगा विपक्ष का गणित
झामुमो और कांग्रेस के इन विधायकों के विधानसभा चुनाव से ऐन पूर्व पाला बदलने से विपक्ष के गणित गड़बड़ा सकता है। लोहरदगा, बरही, बहरागोड़ा और विशुनपुर ऐसी सीटें हैं, जिन पर विपक्ष अपनी जीत तय मानकर चल रहा था। मांडू विधायक जेपी पटेल को छोड़ दें, तो कांग्रेस और झामुमो तमाम चर्चाओं के बाद भी अपने मौजूदा विधायकों पर भरोसा करके चल रहे थे।
पार्टी नेतृत्व से नाराजगी ही पाला बदलने का बड़ा कारण
जो विधायक कांग्रेस और झामुमो को छोड़कर भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं, उनकी अपनी-अपनी वजहें बताई जा रही हैं। कांग्रेस विधायक सुखदेव भगत खुलेआम बोल चुके हैं कि लोहरदगा लोकसभा चुनाव में उन्हें हराने का काम रामेश्वर उरांव ने किया, जो अब प्रदेश अध्यक्ष हैं।
मनोज यादव अध्यक्ष पद के बड़े दावेदार थे और लोकसभा चुनाव में उनके विरोध के बावजूद फ्रेंडली फाइट में राजद को उतार दिया गया। चमरा लोकसभा चुनाव में टिकट न दिए जाने से पार्टी से खफा थे। वहीं, कुणाल षाडंगी का बैकग्राउंड शुरू से ही भाजपा का रहा है। जेपी पटेल को लोकसभा चुनाव के दौरान झामुमो ने निष्कासित कर दिया था। ॉ
केवल एक व्यक्ति जा रहा है भाजपा में पार्टी नहीं- रामदास
उधर आज जादूगोड़ा में घाटशिला के पूर्व विधायक सह झामुमो के जिला अध्यक्ष रामदास सोरने ने बहरागोड़ा के विधायक कुणाल सडांगी के भाजपा का दामन थमने के मुद्दे पर प्रेस वार्ता कर कहा कि सूत्रों से पता चला है कि कुणाल षाडंगी बुधवार को भाजपा का दामन थाम रहे है। कहा कि भाजपा में सिर्फ कुणाल नाम का एक व्यक्ति जा रहा है न कि झामुमो। पिछले लोकसभा चुनाव के बाद से कुणाल का कार्यशैली नकारात्मक था। इस सम्बंध में बहरागोड़ा विधानसभा में आने वाले प्रखंडों के झामुमो नेताओ ने हमे भी और कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को लिखित में दिया था कि इनको विधानसभा चुनाव में टिकट न दिया जाए।इससे बौखलाए कुणाल को भाजपा का दामन थामना पड़ा। कहा कि इससे पहले विधुतवरण माहतो झामुमो को छोड़ के भाजपा में गए थे तो झामुमो ने नया लड़का कुणाल को टिकट दे कर उसे विधायक बनाया अब फिर से किसी को हीरो बनायेगा झामुमो।
कुणाल सारंगी के समर्थन में सेकड़ो समर्थक जुटेंगे राँची में- रोहित सिंह।
भाजपा के युवा मोर्चा के ग्रामीण जिला अध्यक्ष रोहित सिंह ने बताया कि जे एम एम के युवा नेता सह बहरागोड़ा के विधायक कुणाल सारंगी 23 अकटुबर बुधवार को राँची में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे।
इसके पीछे भाजपा सरकार की डबल ईंजन की सरकार के विकास कार्य के कारण बताया ।
उन्होंने कहा कि कुणाल सारंगी के समर्थन में सेकड़ो युवा भाजपा नेता राँची पहुचंगे।