नई दिल्ली, 01 अक्टूबर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आयुष्मान भारत योजना का लाभ पूरे देश के लोगों को मिलता है. इसका लाभ हर बीमार व्यक्ति को मिलता है, जो पहले असंभव था. बीते एक साल में करीब 50,000 लोगों को इस योजना का लाभ अपने गृह राज्य से बाहर भी मिला.
दिल्ली में हो रहे आरोग्य मंथन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत न्यू इंडिया के क्रांतिकारी कदमों में से एक है. सिर्फ इसलिए नहीं कि ये सामान्य मानव जीवन को बचाने में अहम भूमिका निभा रहा है बल्कि ये देश के 130 करोड़ लोगों के सामूहिक संकल्प और सामर्थ्य का भी प्रतीक है.इसके पहले प्रधानमंत्री ने आज आयुष्मान योजना के कुछ लाभुकों से मुलाकात की और उनके अनुभवों को सुना। इसमें पूर्वी सिंहभूम जिला केबहरागोड़ाकी 60 वर्षीया दासी कर्मकार भी शामिल थीं। दासी के पेट से 40 किलो का ट्यूमर गंगा मेमोरियल अस्पताल में डा एन सिंह ने आपरेशन कर निकाला था। इस योजना का लाभ पाकर श्रीमती कर्मकार आज पूरी तरह स्वस्थ हैं। दासी ने दिल्ली जाने के पहले कहा था कि डा सिंह उसके लिये भगवान हैं।
आयुष्मान का अर्थ सब समझते हैं
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पीएम-जय, अब गरीबों की जय बन गई है. जब गरीब का बच्चा या घर का एक मात्र कमाने वाला स्वस्थ होकर निकलता है तो आयुष्मान होने का अर्थ समझ आता है. इस महान कार्य में जुटे हर साथी को मैं साधुवाद देता हूं, बधाई देता हूं.
पीएम मोदी ने कहा कि देश के हर नागरिक को घर के पास ही बेहतरीन स्वास्थ सुविधाएं मिलें इसके लिए हर राज्य प्रयास कर रहा है. हर भारतीय नागरिक का दायित्व है कि देश का कोई भी व्यक्ति आधुनिक स्वास्थ सेवाओं से वंचित न रहे. आयुष्मान भारत इसी भावना को मजबूत कर रही है.
दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये भारत की संकल्प शक्ति ही है कि दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ केयर स्कीम हम भारत में सफलता के साथ चला रहे हैं. इस सफलता के पीछे समर्पण की भावना है. ये समर्पण देश के हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश का है.
पीएम मोदी ने कहा कि देश के 46 लाख गरीब लोगों में बीमारी की निराशा से स्वस्थ होने की आशा जगाना बहुत बड़ी सिद्धि है. इस एक वर्ष में किसी एक व्यक्ति की जमीन, घर, गहने या कोई अन्य सामान बिकने से बचा है तो ये आयुष्मान भारत की बहुत बड़ी सफलता है