जमशेदपुर, 14 जून (रिपोर्टर) : सामाजिक संस्था ‘अर्पण’ की और से आयोजित तीन दिवसीय रक्तदान शिविर के दूसरे दिन भगवान बिरसा मुंडा की तस्वीर पर माल्यार्पण करशिविर प्रारम्भ किया गया. बारिश के बावजूद दो दिनों में 810 रक्तदाताओं ने रक्त देकर जीवन बचाने का संकल्प लिया. साथ ही पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से 1100 पौधे वितरित किए गया. शिविर के दूसरे दिन मुख्य अतिथि जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय, उद्घाटनकर्ता केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की धर्मपत्नी मीरा मुंडा, विशिष्ट अतिथि के रूप में मजदूर नेता राकेश्वर पांडे उपस्थित हुए. कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के मुख्य संरक्षक अमरप्रीत सिंह काले ने की.
इस मौके पर संस्था के मुख्य संरक्षक अमरप्रीत सिंह काले ने बताया कि वर्ष 2016 से 2020 तक संस्था द्वारा पांचवां रक्तदान शिविर का आयोजन करवाकर 4680 यूनिट रक्त एकत्रित किया है. अर्पण संस्था रक्तदान को लेकर हमेशा से संजीदा रहा है और रक्तदान के प्रति समाज में युवाओं के मध्य अलख जगाने का प्रयास करता रहा है. कार्यक्रम में अतिथि के रूप में शैलेन्द्र सिंह, सतीश सिंह, सुधीर श्रीवास्तव, मंटू चावला, सुखविंदर सिंह, वरुण कुमार, ब्रजभूषण सिंह, राघवेंद्र कुमार, रवि सिंह चंदेल, धनुर्धर त्रिपाठी, पशुपतिनाथ पांडे, ब्यूटी तिवारी, शिव शंकर सिंह, डा पवन पांडेय, शिव प्रकाश शर्मा, संजय सिंह, राजेश सिंह उपस्थित हुए.
रक्तदान सबसे बड़ा दान : सरयू
उद्घाटन के बाद विधायक श्री राय ने कहा कि आज इतनी संख्या में युवा रक्तदातों की सहभागिता ये सुनिश्चित करने के लिए काफी है कि ये युवा समाज की चुनौतियों से लडऩे के लिए स्वयं को तैयार रखे हैं. यह सबसे बड़ा दान है. ये उदाहरण है भावी पीढ़ी के लिए जो नशा से स्वंय को अलग रखकर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
मानव जीवन बचाने को रक्तदान जरुरी : मीरा
मीरा मुंडा ने महिलाओं की सहभागिता पर कहा कि आज आधी आबादी भी यहां अपनी जिम्मेदारी का सहजता से निर्वाह कर रही हैं, जिसे देखना सच मे सुखद अनुभव है. उन्होंने कहा कि मानव जीवन और पर्यावरण बचाने में रक्तदान कारगर उपाय है.
रक्तदान सही मायनों में महादान : राकेश्वर
मजदूर नेता राकेश्वर पांडेय ने कहा कि रक्त का कोई विकल्प नहीं हैं. यह सही मायने में महादान है, जिसे दूसरों को नयी जिंदगी दी जा सकती है. उन्होंने संस्था के सदस्यों को इसके लिये साधुवाद दिया.
सफल बनाने में इनकी रही भागीदारी
शिविर को सफल बनाने में संस्था के अखिलेश पांडेय, महेश मिश्रा, पप्पू राव, प्रिंस सिंह, राजेश सिंह, बिभाष मजुमदार, अभिषेक पांडे, विक्रम ठाकुर, विक्रम सिंह, घनश्याम भिरभरिया, सुमन कुमार, शैलेश गुप्ता, मनीष सिंह, धीरज चौधरी, मोहन दास, विक्की तारवे, नंदकिशोर मुंडा, सूरज चौबे, राजू कुमार, सरबजीत सिंह, शुरू पात्रों, अनूज मिश्रा, लकी जायसवाल, विवेक कुमार, रामा राव, शशि मुखी, शेखर मुखी, राहुल पाल, कौशिक प्रसाद, सागर चौबे, अशोक दास, दीपक महतो, प्रणय दास, मोईन खान, आलोक मुन्ना, शिवम शर्मा, संतोष तिवारी, शुभम लाला, मनीष प्रसाद, सनोज चंद्र, सुदेश मुखी, मनोज मुखी, दीपक सिंह, सूरज साह, सूरज पाल, सूरज बाग का योगदान रहा.