गुमला :- गुमला जिला के अति उग्रवाद प्रभावित इलाके की छात्रा प्रियंका कुमारी का चयन मिडल बेरी कॉलेज अमेरिका के लिए हुआ है. मिडल बेरी कॉलेज अमेरिका में प्रियंका हॉकी की ट्रेनिंग लेंगी. बताते चलें कि गत दिनों यूएस काउंसलेट कोलकाता शक्ति वाहिनी एवं मिडल बेरी कॉलेज अमेरिका के तत्वावधान में महिला सशक्तिकरण को लेकर कार्यक्रम का आयोजन हुआ था. उक्त कार्यक्रम में अनुसूचित जनजाति टाना भगत बालिका आवासीय विद्यालय चपाटोली की नौ छात्राएं, केजीबीवी से चार छात्राएं एवं स्वामी विवेकानंद से दो छात्राएं शामिल हुई थी. जिसमें सिर्फ प्रियंका का चयन मिडल बेरी कॉलेज अमेरिका के लिए किया गया. प्रियंका गुमला जिला के अति उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र बिशुनपुर प्रखंड अंतर्गत जमटी पिपराटोली की रहने वाली है. प्रियंका के पिता कुलदेव टाना भगत मुख्य रूप से मजदूर हैं. जो किसी प्रकार मजदूरी कर प्रियंका को शिक्षा-दीक्षा दिलाने के साथ खेल के क्षेत्र में भी बढ़ावा दे रहे हैं. वर्तमान में प्रियंका अनुसूचित जनजाति टाना भगत आवासीय विद्यालय चपाटोली की वर्ग आठवीं की छात्रा है. इधर, रविवार को प्रियंका चापाटोली विद्यालय पहुंची. जहां प्रियंका का विद्यालय के प्रधानाध्यापक रामाकांत संत सहित शिक्षकों व अन्य विद्यार्थियों ने उत्साह के साथ स्वागत किया. वहीं मिडल बेरी कॉलेज अमेरिका के लिए प्रियंका का चयन होने के बाद विद्यालय प्रधानाध्यापक रामाकांत संत, महावीर उरांव, जहीर अंसारी, विनय टाना भगत, शिक्षक उपेंद्र सिंह मुंडा, शकुंतला देवी, सुधीर एक्का, सुरेश कुमार मेहता सहित अन्य लोगों ने बधाई दी है. मैं ऊंचाईयों तक जाना चाहती हूं : प्रियंका प्रियंका कुमारी ने कहा कि आज मुझे सफलता की पहली सीढ़ी चढ़ने का मौका मिला है. मैं ऊंचाइयों तक जाना चाहती हूं. आने वाले समय में मैं राष्ट्रीय स्तर पर हॉकी खेल का उम्दा प्रदर्शन कर अपने देश और क्षेत्र को गौरवान्वित करूंगी. प्रियंका ने कहा कि लक्ष्य के साथ खेल एवं पढ़ाई की जाए तो निश्चित रूप से सफलता मिलेगी. प्रियंका के माता-पिता रांची में रहकर करते हैं मजदूरी प्रियंका के घर की माली हालत ठीक नहीं है. गांव में रोजगार की कमी और घर में आर्थिक तंगी के कारण प्रियंका के पिता कुलदेव टाना भगत व माता सुनीता देवी गांव से पलायन कर गये हैं. वर्तमान में प्रियंका के माता-पिता रांची में रहकर दैनिक मजदूरी करते हैं. वहीं प्रियंका अनुसूचति जनजाति टाना भगत बालिका आवासीय विद्यालय चापाटोली में रहकर पढ़ाई कर रही है. इधर, बेटी का चयन अच्छी जगह पर होने की सूचना मिलने के बाद माता-पिता वापस गांव लौटे और अपनी बेटी प्रियंका को उज्जवल भविष्य बनाने का आशीर्वाद दिया. शक्ति वाहिनी ग्रामीण बच्चों को दे रहा मंच : जनार्दन शक्ति वाहिनी संस्था के सदस्य जनार्दन भगत ने बताया कि शक्ति वाहिनी के माध्यम से क्षेत्र एवं विद्यालय के बच्चियों को एक मंच देने का काम किया जा रहा है. जिसमें बिशुनपुर की बच्ची का चयन अमेरिका में हॉकी प्रशिक्षण के लिए हुआ है. यह न केवल विद्यालय बल्कि, पूरे प्रखंड और राज्य के लिए गौरव की बात है. वहीं विद्यालय प्रधानाध्यापक रामाकांत संत ने बताया पूरे झारखंड में पांच छात्राओं का चयन किया गया है. जिसमें हमारे विद्यालय से प्रियंका कुमारी भी शामिल है. प्रियंका अब अपना एक अलग मुकाम बनाने जा रही है.