नई दिल्ली,22 अक्टूबर । नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात को लेकर लोगों में काफी उत्सुकता थी। इसकी सबसे बड़ी वजह थी अभिजीत का ‘एंटी मोदी’ वाला बयान। फिर पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी अभिजीत बनर्जी को लेकर जो बयान दिया, उसके बाद भी काफी सवाल उठने लगे थे। ऐसे में लोगों में यह जानने की उत्सुकता थी कि पीएम मोदी और अभिजीत बनर्जी की मुलाकात के बीच आखिर क्?या बात होगी? किन मुद्दों पर बातचीत का फोकस होगा?
अभिजीत बनर्जी मंगलवार को पीएम मोदी से मिलने के बाद जब वह मीडिया से रूबरू हुए, तब सवालों से बचते हुए नजर आए। इस दौरान एक पत्रकार के सवाल का उन्होंने बड़ा ही मजाकिया अंदाज में जवाब दिया। अभिजीत बनर्जी ने प्रधानमंत्री के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि वह मीडिया के जाल में फंसने वाले नहीं हैं, क्?योंकि इसका अंदेशा पहले भी प्रधानमंत्री मुलाकात के दौरान जता चुके हैं।
नोबेल विजेता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, ‘पीएम मोदी ने बातचीत की शुरुआत बड़े ही मजाकिया अंदाज में यह कहते हुए की कि मीडिया मुझे (अभिजीत को) मोदी विरोधी बातें करने लिए उकसाएगा, लेकिन मुझे फंसना नहीं है।’
इसके बाद पत्रकारों को सचेत करते हुए अभिजीत ने कहा कि आपको पता है ना प्रधानमंत्री टीवी देखते हैं और उनकी हर चीज पर नजर रहती है। वह मीडिया वालों को देख रहे हैं। उन्हें पता है कि आप लोग क्या करने की कोशिश में हैं। इसके बारे में वह पहले ही अंदेशा जता चुके हैं।’
गौरतलब है कि अभिजीत ने कहा था कि बैंकिंग क्षेत्र का संकट बेहद गंभीर और भयावह है। हमें इस पर चिंतित होना चाहिए। हमें कुछ महत्वपूर्ण और त्वरित बदलाव की जरूरत है। कांग्रेस पार्टी के लोकसभा चुनाव 2014 के घोषणापत्र में ‘न्याय योजना’ का सुझाव भी अभिजीत बनर्जी का ही था। पिछले दिनों पीयूष गोयल ने इस तंज कसते हुए कहा था कि भारत की जनता ने इसे नकार दिया था।