रांची, 3 जनवरी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की एक तश्वीर वायरल हुई है जिसमें वे हवाई चप्पल पहनकर गार्ड आफ आनर लेते दिख रहे हैं। इसे लेकर मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने फेसबुक पर लिखा है कि इस तस्वीर को जहाँ कुछ लोग मेरी सादगी से जोड़ रहे हैं तो वहीं इक्का दुक्का लोग मुझे यह भी बता रहे हैं की चप्पल पहन मैंने गार्ड औफ़ औनर ले परम्परा का पालन नहीं किया।
सच्चाई यह है की पुलिस के जवान भाई मेरे इंतेज़ार में बारिश में काफ़ी पहले से खड़े कर दिए गए थे – इसलिए मैं जिस रूप में था – सबसे पहले उनका सम्मान कर उन्हें मुक्त करना आवश्यक था।
और दूसरी बात की चप्पल जूतों का रिवाज अंग्रेज़ों द्वारा बनायी गयी दकयि़ानूसी परम्परा है जिसे मैं नहीं मानता।
पिछली शासन द्वारा मुख्यमंत्री के हर दौरे पर दिया जाने वाली इस परम्परा को मैं जल्द से जल्द समाप्त करने को संकल्पित हूँ ताकि हमारे पुलिसकर्मी ङ्कढ्ढक्क रूढ़िवादिता में समय व्यर्थ करने की जगह वो समय जनता की सेवा में लगा सकें।
हेमंत सोरेन के इस पोस्ट परकाफी सकारात्तम प्रतिक्रियाएं रही है। हेमंत सोरेन नेजबसे प्रदेश की कमान संभाली है, वे लगातार कुछ हटकर करते दिख रहे हैं। उन्होंने उन्हें बुके भेंट करने वालों को बुक भेंट करने का अनुरोध किया तो लोग फूल के बजाय उनको पुस्तकें भेटं करने लगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे लगातार देख रहे हैं कि लोग हजार हजार रुपये तक का बुके उनको भेंट करते हैं लेकिन थोड़ी देर के बाद ही वह पैरों के नीचे आ जाता है। इससे बेहतर है कि लोग बुक दें जिनको वे लाइब्रेरी में रखेंगें ताकि लोगों को उसका लाभ मिल सके।