सरायकेला : सरायकेला-खरसावां पुलिस ने आदित्यपुर (आरआइटी थाना क्षेत्र) में टाटा प्रोजेक्ट के लिए काम करने वाले जीपीटी इंफ्रास्ट्रक्चर के साइट पर फायरिंग और बम से हमला करने के आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. कुल दस लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है, जिनके पास से कांड में प्रयुक्त तीन पिस्तौर, मोटरसाइकिल, कार, मोबाइल, सिमकार्ड समेत तमाम सामानों को भी जब्त कर लिया गया है. यह घटना 4 जुलाई की दोपहर में घटी थी. आरआइटी थाना क्षेत्र में जीपीटी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी केसाइट ऑफिस पर अपराधियों ने फायरिंग कर दी थी और बम से भी हमला कर दिया था, जिससे सनसनी फैल गयी थी. सरायकेला-खरसावां के एसपी मोहम्मद अर्शी ने बताया कि अब तक के अनुसंधान में यह बात सामने आयी है कि लॉक डाउन के कारण सभी अपराधी पैसे की कमी झेल रहे है. वर्तमान में मुख्य रुप से इनकी नजर रेलवे ठेकेदारों, जमीन कारोबारियों पर है. जमशेदपुर में अखिलेश सिह गिरोह के कमजोर होने और अन्य अपराधिक गिरोहों के वर्चस्व को तोड़ने के लिए अपराधी कृष्णा राव, मनोज सरकार, कार्तिक मुंडा, शशिभूषण भारती, मोहम्मद सरफुद्दीन, सुनील ठाकुर और अन्य ने अपना संगठित अपराधिक गिरोह बनाया है. उक्त लोगों द्वारा स्थानीय अपराधियों के अलावा छत्तीसगढ़ के चार अपराधियों को शूटर के रुप में बुलाकर इस कांड को अंजाम दिया गया. इसके अलावा इनके द्वारा राजखरसावां स्टेशन, गालूडीह, राखामाइंस, श्री सीमेंट समेत अन्य जगहों पर काम को बाधित कर और जमशेदपुर में कुछ बड़े व्यापारियों की हत्या और कंपनियों में दहशत फैलाकर रंगदाने लेने की योजना थी. इन लोगों ने रेकी कर भी ली थी और घटना को अंजाम देने के फिराक में थी, लेकिन पुलिस ने उनको धर दबोचा. इन लोगों द्वारा शेल (नकली) कंपनी के नाम पर नियुक्ति पत्र बनाकर एक फ्लैट में छत्तीसगढ़ के अपराधियों को रखा जा रहा था. इन लोगों को हथियार, बम, कारतूस और मोटरसाइकिल स्थानीय तौर पर उपलब्ध कराया जाता था.