जमशेदपुर : लॉकडाउन के दौरान स्कूली बच्चों की फीस को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी रही. आज भी कोई स्पष्टता नहीं होने के कारण अभिभावकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यह आदेश सरकारी स्तर से आया कि निजी स्कूल फीस बढ़ोत्तरी नहीं करेंगे और ट्यूशन फी के अलावा कोई और शुल्क नहीं लिया जाएगा. लेकिन जमशेदपुर में ऐसे कई निजी स्कूल है, जिन्होंने 20 प्रतिशत तक शुल्क बढ़ा दिया है. ट्यूशन फीस के अलावा वे बाकि वार्षिक शुल्क भी वसूल रहे हैं. अभी स्कूलों में नयी कक्षाएं शुरु हो रही है. रिपोर्ट कार्ड दिये जा रहे हैं. मगर स्कूल की ओर से छात्रों को स्पष्ट कहा जा रहा है कि पहले फीस क्लीयर करें, तब रिपोर्ट कार्ड मिलेगा. हालांकि कई स्कूलों ने केवल ट्यूशन फी ही लिया है. सरकार की ओर से आदेश दिया गया है कि इस साल भी ट्यूशन फी में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की जाएगी. यह एक ऐसा मुद्दा है जो पूरे देश में सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहा. मामला अदालतों तक पहुंचा. विभिन्न राज्यों के हाईकोर्ट ने भी इस बावत आदेश जारी किये. राज्य सरकारों की ओर से पहले ऐलान कर दिया गया कि कोई ट्यूशन फी नहीं ली जाएगी. बाद में इस आदेश को शिथिल कर दिया गया. ऑनलाइन कक्षाओं के नाम पर स्कूल प्रबंधन द्वारा ट्यूशन फी लिये जाने को अनुमति दे दी गई.