★बीआइटी मेसरा का प्रबंधन, अनुशासन और स्टूडेंट्स का भविष्य उज्ज्वल
रांची:-यहां का हर वो पेड़, हर वो रास्ते.. सब पुरानी बातें याद करा रही हैं, जिसे हमने जिया था। वो मुन्ना भाई का ढाबा वगैरह बहुत सी यादें मानो जी उठी हों। वो आंनद कुछ और थे। जब मैं भी यहां के कार्यक्रम का हिस्सा हुआ करता था। यह संयोग ही तो है जहां हमने अपना भविष्य सुधारने के लिए शिक्षा ग्रहण करने का काम किया, वहां एक नई जिम्मेदारी के साथ खड़ा हूं। कभी बैक बेंच की तलाश में रहता था, आज मुझे सर्वोच्च स्थान पर बिठा दिया। ऐसे में जिम्मेदारी और संवेदनशीलता बढ़ गई। ये बड़ी चुनौती है, जिसे स्वीकार करते हुए काम करना है। मेरी ओर से बीटोत्सव में भाग ले रहे सभी छात्र छात्राओं को शुभकामनाएं और सभी शिक्षकों को नमन जिन्होंने मुझे आमंत्रित किया। ये बातें मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान (बीआइटी), मेसरा में बीटोत्सव-2020 के उद्घाटन समारोह में कही।
*जब तक बीआईटी है बीटोत्सव चलता रहेगा*
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज घबराया हुआ हूं, यहां मंच पर आकर ऐसा लग रहा है मानो प्रोफेसर ने क्लास में किसी विषय पर बोलने के लिए बुलाया है। कई बातें उमड़ रहीं हैं। खट्टी मीठी यादें हैं। बरबस वो भी याद आ रहें हैं, जिनका नाम सुनते ही हम अपनी राह बदल देते थे।
*और मेरा कैमरा टूट गया*
मुख्यमंत्री ने बीटोत्सव में बताया कि आज जिस ऑडोटोरियम में कार्यक्रम हो रहा है। यह स्टेज पहले खुले आकाश के नीचे था। बात उन दिनों की है। मैं अपने दोस्तों के साथ इस स्टेज पर अपना कैमरा लेकर आया था। एकाएक पता चला कि प्रोफेसर आ रहें है, अब बारी यहां से भागने की थी। इस आपाधापी में मेरा कैमरा यहां गिर गया..सुबह लौटा तो कैमरा के पुर्जे अलग अलग मिले।
*शिक्षा की दिशा में कई नई कड़ियों को जोड़ना है*
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीआईटी मेसरा का प्रबंधन, अनुशासन और स्टूडेंट्स का भविष्य उज्जवल है। देश की विभिन्न परीक्षाओं में झारखण्ड के छात्र छात्राएं बाजी मारती हैं। यहां देश के कई संस्थानों से बेहतर शिक्षा दी जाती है। देश के युवाओं को दिशा देने का काम बीआईटी मेसरा कर रहा है। यहां पर पहले की अपेक्षा वक्त के साथ कोर्स का विस्तार हुआ है। सरकार का लक्ष्य शिक्षा की दिशा में कई मजबूत कड़ियों को जोड़ना है, इस निमित्त शिक्षाविदों के साथ निरंतर चिंतन मनन में जुटा हूं ताकि बेहतर शिक्षा व देश और राज्य को दिशा हम दे सकें।
मुख्यमंत्री को बीआईटी मेसरा के कुलपति ने शाल ओढा कर व छात्र सुषाद्री ने उनकी प्रतिकृति भेंट कर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री के समक्ष बीटोत्सव के पहले दिन हेरिटेज नाईट में तोशी एंड ग्रुप द्वारा गीत की प्रस्तुति, झारखण्ड के आदिवासी नृत्य और ड्रामा प्रस्तुत किया गया।
*ये हैं आयोजक.. यह है उद्देश्य…*
13 से 16 फरवरी तक आयोजित बीटोत्सव-2020 को संस्कृति निदेशालय, पर्यटन विभाग, कला संस्कृति, खेल और युवा मामले मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। बीटोत्सव 2020 का सामाजिक अभियान- “प्लास्टिक का प्लेग” है, इसके माध्यम से प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन को प्रोत्साहित करना है। बीटोत्सव में करीब 45 प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। लोकप्रिय बैंड, मशहूर हस्तियां, कवि व अन्य कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। बीटोत्सव 2020 का मूल उद्देश्य लोक कथाओं, उत्सवों और कल्पनाओं के सामंजस्य को यथार्थ में लाना।
इस अवसर पर बीआइटी मेसरा के वाईस चांसलर डॉ एस कोनार, रजिस्टार डॉ एपी कृष्णा, कार्यक्रम संयोजक श्री कृति अभिषेक, डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ ए के सिन्हा, एसोसिएट डीन डॉ विजया लक्ष्मी, डॉ अशोक शर्मा, डॉ विनोद कुमार निगम, बीआइटी के सैकड़ों छात्र छात्राएं व अन्य उपस्थित थे।