राँची: कोरोना के इस संकटकाल में आरएसएस के स्वयंसेवक पूरी तन्मयता से लोगों की सेवा में जुटे हैं। गरीब परिवारों को कच्चा राशन, भोजन पैकेट, प्रवासी मज़दूरों के लिए भोजन और अस्पतालों में रक्तदान जैसे सेवा कार्यों के बाद संघ के स्वयंसेवक अब लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में जुट गए है।
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के द्वारा निर्देशित होमियोपैथी दवाई *आर्सेनिक एल्बम 30* लोगों की इम्यूनिटी बढ़ाने में काफी मददगार है। इसी उद्देश्य से आरएसएस के राँची विभाग के द्वारा 1 लाख परिवारों तक यह दवाई पहुंचाने की योजना बनाई गई है।
संघ के स्वयंसेवक पहले चरण में कोरोना के खिलाफ जंग में जुटे स्वास्थ्यकर्मी, पुलिसकर्मी, स्वयंसेवकों के बीच इस दवाई का वितरण करेगी, अगले चरण में प्रत्येक परिवार में इस दवाई का वितरण किया जाएगा।
*प्रान्त प्रचारक ने दवा बाँटकर की शुरुआत*
शनिवार को लालपुर के नगड़ा टोली स्थित जानकी रसोई सेवा केंद्र में प्रान्त प्रचारक रविशंकर जी ने इसकी शुरुआत सेवा कार्य में लगे स्वयंसेवकों के बीच बाँटकर की। मौके पर डॉक्टर राजीव, पार्षद रोशनी खलखो, विभाग सेवा प्रमुख कन्हैया कुमार आदि उपस्थित थे।
*20 हज़ार से अधिक परिवारों को कच्चा राशन और डेढ़ लाख लोगों को भोजन करा चुका है संघ*
ज्ञात हो कि लॉकडाउन के आरंभिक दिनों से ही आरएसएस के कार्यकर्ता जरूरतमंद परिवारों के बीच कच्चा राशन और भोजन कराने का व्यापक अभियान छेड़ रखा है, जिसके अंतर्गत अबतक 20 हज़ार से अधिक परिवारों को कच्चा राशन, डेढ़ लाख से अधिक लोगों को भोजन करा चुका है। विभाग सेवा प्रमुख कन्हैया कुमार ने बताया कि राँची शहर में प्रवेश करने वाले सभी राजमार्गों पर 7 सेवा शिविर लगाए गए है, जिसके द्वारा प्रवासी मज़दूरों को पानी की बोतल, तरबूज़, ब्रेड, बिस्किट, जूस और भोजन पैकेट उपलब्ध कराई जा रही है। इन सातों केंद्रों के द्वारा प्रतिदिन औसतन 20 हज़ार लोगों की सेवा की जा रही है।