रांची : झारखंड की राजधानी रांची में एक व्यक्ति की जान की कीमत है डेढ़ लाख रुपये. जी हां. सही पढ़ा आपने. रांची में नये साल के जश्न में डूबे किसी अमीर बाप के बेटे ने नौ लोगों को रौंद दिया. उनमें दो की मृत्यु हो गयी और रईसजादे के परिजनों ने एक व्यक्ति की जान की कीमत लगायी 1.5 लाख रुपये. 31 दिसंबर की देर रात जतिन बेदी की कार से घायल हुए लोगों के इलाज का खर्च उठाने का भी लिखित आश्वासन उधर, चुटिया थाना के प्रभारी इंस्पेक्टर रवि ठाकुर ने कहा है कि दोनों परिवारों ने आपस में क्या समझौता किया, उससे पुलिस का कोई लेना-देना नहीं है. जतिन को कानूनी प्रक्रिया से गुजरना ही होगा. उल्लेखनीय है कि नये साल के जश्न में डूबी राजधानी में 31 दिसंबर की रात को दर्दनाक हादसा हुआ था. दोस्तों के साथ मस्ती करने निकले युवक जतिन बेदी ने चुटिया थाना क्षेत्र के पटेल चौक के पास रात 2:00 बजे अपनी इको स्पोर्ट्स कार से नौ लोगों को रौंद दिया.
इस दुर्घटना में कैटरिंग के काम से जुड़े दो युवकों की मौत हो गयी. सात लोग घायल हो गये. मृतकों की पहचान सिकिदिरी के लाधो परोली गांव निवासी अजय भोक्ता और चुटूपालू के दोकाहातू गांव के बादल करमाली के रूप में हुई.
मृतक अजय भोक्ता के भाई विजय भोक्ता ने बताया कि सभी लोग फिरायालाल बैंक्वेट हॉल से कैटरिंग का काम करके चुटिया कमरू टोली स्थित घर लौट रहे थे. जैसे ही ये लोग पटेल चौक से आगे बढ़े, विपरीत दिशा से आ रही तेज रफ्तार कार ने सभी को धक्का मार दिया. कार चालक ने इससे पहले स्कूटी खड़ी कर चाय पी रहे दो युवकों और बाइक सवार एक युवक को भी धक्का मारा था.
परिजनों ने दिया है.घटना में बाइक और स्कूटी भी क्षतिग्रस्त हो गयी. इसे पुलिस ने जब्त कर लिया. घटना के बाद कार चालक तेज रफ्तार में भागने लगा, लेकिन उसकी कार स्टेशन रोड में अचानक बंद हो गयी. इसी बीच, आक्रोशित लोग भागकर कार के पास पहुंचे. कार में सवार दो लोग वहां से भाग निकले. आक्रोशित लोगों ने पहले कार चालक के साथ मारपीट की. इसके बाद कार में तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर आग लगाने का प्रयास किया.
इसी दौरान चुटिया थाना की पुलिस वहां पहुंची और भीड़ के हाथ से चालक को बचाया. लोगों का आरोप है कि पुलिस ने जतिन का मेडिकल तो कराया, लेकिन नशे की जांच नहीं करवायी. हालांकि, चुटिया के थाना प्रभारी रवि ठाकुर का कहना है कि उन्होंने पूरी कानूनी प्रक्रिया का पालन किया. उसके तमाम रिपोर्ट्स उनके पास मौजूद हैं. सागर करमाली की शिकायत पर सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के निवासी जतिन बेदी के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश किया. कोर्ट से जतिन को बुधवार को ही जमानत मिल गयी.
उल्लेखनीय है कि नौ लोगों को अपनी कार से रौंदने वाला जतिन बेंगलुरु के एलायंस यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहा है. उसने रांची में गुरुनानक और डीएवी श्यामली से पढ़ाई की है. इसके दादा भगवान सिंह बेदी की रांची के अपर बाजार के कुंजलाल स्ट्रीट बाइलेन में एसके गारमेंट्स नामक कपड़े की थोक दुकान है. जतिन के पिता का नाम अमरजीत बेदी है.
घायल हुए सात लोग चुटुपालू और गोला के रहने वाले हैं. इनकी पहचान सोनू करमाली, रोशन कुमार महतो, सुमित करमाली और दिलीप करमाली (सभी गोला के निवासी) एवं मनीष करमाली और प्रदीप करमाली (चुटूपालू निवासी) के रूप में हुई है.