जमशेदपुर ,15 नवंबर (संवाददाता ) : मानगो थाना क्षेत्र में शुक्रवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने ङ्क्षसचाई विभाग के जूनियर इंजीनियर के घर छापेमारी कर करीब ढाई करोड़ रुपए नकद बरामद किए हैं। साथ ही कई फ्लैट और जमीन के कागजात, ज्वैलरी की भी बरामदगी की गई है। गुरुवार की रात एसीबी की टीम ने घूस लेते हुए ङ्क्षसचाई विभाग के जूनियर इंजीनियर को रंगेहाथों गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ की गई और फिर शुक्रवार को जूनियर इंजीनियर के घर पर छापेमारी की गई। फिलहाल, जूनियर इंजीनियर के घर पर एसीबी की 12 सदस्यीय टीम की कार्रवाई जारी है।
10 हजार रुपए घूस लेते एसीबी ने किया था गिरफ्तार
जानकारी के मुताबिक, जूनियर इंजीनियर की पहचान मानगो निवासी सुरेश प्रसाद वर्मा के रूप में की गई है। आरोपी मानगो स्थित ङ्क्षसचाई विभाग में कार्यरत है। एसीबी की टीम ने शिकायत के बाद जूनियर इंजीनियर को 10 हजार रुपए घूस की रकम लेते हुए गिरफ्तार किया था। उक्त कार्रवाई डीएसपी अरङ्क्षवद कुमार ङ्क्षसह के नेतृत्व में की गई है। उन्होंने बताया कि जूनियर इंजीनियर ने शिकायतकर्ता से 30 हजार रुपए की मांग की थी। आरोपी के घर से छापेमारी के दौरान दो करोड़, 45 लाख, 44 हजार नगद बरामद किया गया है। फिलहाल, आरोपी से पूछताछ जारी है।
हत्थे चढ़ते रहे हैं घूसखोर
एसीबी रेड में रुपये इतने ज्यादा रुपये बरामद होने का यह पहला मामला है। हालांकि,घूसखोरी के मामले में एसीबी लगातार गिरफ्तारी करती रही है। चालू वर्ष में ही कोल्हान के 11 रिश्वतखोर अधिकारी दबोचकर जेल भेजे जा चुके हैं। एसीबी ने इस साल अपना पहला शिकार 27 जनवरी को सरायकेला के राजनगर प्रखंड के डुमरडीहा के प्रधानाध्यापक अमीर कुमार राउत को बनाया। अमीर ने अपने एक शिक्षक से तीन महीने का वेतन देने के एवज में 3000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचे जाने के बाद जेल भेजे गए थे। पोटका थाना के सहायक अवर निरीक्षक देवेंद्र पोटका के शंभूनाथ से एक मुकदमे से उसका नाम निकालने के लिए 9000 रुपये की रिश्वत लेते 12 फरवरी को दबोचे गए। सात मार्च को पश्चिम ङ्क्षसहभूम के मझगांव प्रखंड के एई और जेई को एक योजना में एमबी बनाने के लिए 4000 रुपये रिश्वत लेते पकड़ा गया। एक अप्रैल को मानगो नगर निगम के सहायक अभियंता राकेश रौशन को नक्शा पास करने के एवज में 5000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद जेल भेजा गया। 12 जून को सरायकेला के चांडिल अंचल के राजस्व निरीक्षक अमलेंदु कुमार को चौका के काशीडीह गांव के मृत्युंजय से उनकी जमीन का दाखिल खारिज करने के लिए 9000 रुपये रिश्वत लेते पकड़ा गया।
आखिरी शिकार आरईओ के कनीय अभियंता
जून को डुमरिया के राजस्व निरीक्षक काजल को अनुदान योजना का लाभ देने के एवज में 5000 रुपये रिश्वत लेते पकड़ा गया। 19 जुलाई को चाईबासा के लघु ङ्क्षसचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता मनोज कुमार वादी की पत्नी रंजू ङ्क्षसह से 80 लाख की पीसीसी सड़क का काम शुरू कराने के एवज में 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। 21 सितंबर को एसीबी ने इस साल का अपना आखिरी शिकार साकची थाने के पुलिस अवर निरीक्षक योगेंद्र राय को बनाया। योगेंद्र को टेल्को के राजेंद्र से दुकान का जीर्णोद्धार कराने के एवज में 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार हुआ। 23 सितंबर को चाईबासा के मनोहरपुर के बिजली विभाग का एसडीओ आलोक रंजन गोइलकेरा के जूलियन दास से बिजली का लोड बढ़ाने के लिए 20 हजार रुपये रिश्वत लेते पकड़ा गया। 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते ग्रामीण कार्य विभाग (आरईओ) सरायकेला के कनीय अभियंता सुरेश प्रसाद वर्मा को 14 नवंबर को गिरफ़तार किया गया।