जासं, विध्याचल (मीरजापुर) : झारखंड राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दोपहर करीब पौने दो विध्याचल पहुंचे। कुछ देर गेस्ट हाउस पर रुकने के बाद करीब दो बजे वे सीधे मां विध्यवासिनी के धाम पहुंचे और श्रद्धा से शीश नवाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने मां विध्यवासिनी से परिवार व प्रदेश की कुशलता का आशीर्वाद मांगा है।
दर्शन पूजन के दौरान मुख्यमंत्री के दोनों बेटे व उनकी पत्नी साथ मौजूद रहे। साथ में मित्र व उनका परिवार भी पूजन में शामिल हुआ। राज पुरोहित राज मिश्रा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को विधिवत दर्शन पूजन कराया। मंदिर में पहुंचने के बाद सीएम ने मां विध्यवासिनी का दर्शन करते हुए साड़ी समर्पित किया।
यहां से आगे निकलने पर मुख्यमंत्री ने विध्यवासिनी परिसर स्थित महाकाली मंदिर की परिक्रमा की। इसके बाद पत्नी समेत मंदिर परिसर के हवन कुंड में हवन किया। इस दौरान उनके दोनों बेटे व मित्र का परिवार शामिल रहा। हवन करने के बाद सीएम का काफिला गेस्ट हाउस के लिए रवाना हो गया। पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे राजनीति पर बात करने यहां नहीं आए हैं। बोले कि दिल्ली के चुनावों देश की नजर है। हमारे चुनाव पर भी देश की नजर थी, फैसला जनता को करना है और मां के आशीर्वाद से सब ठीक रहेगा। दिल्ली के शाहीन बाग में चल रहे आंदोलन व सीएए के सवालों पर उन्होंने कोई वक्तव्य नहीं दिया और बोले कि वे मां विध्यवासिनी दरबार पहले भी आते रहे हैं और परिवार, प्रदेश् की कुशलता के लिए मां से आशीर्वाद मांगने आए हैं।
पंडा समाज ने किया सम्मान
मंदिर से बाहर निकलने पर विध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी, मंत्री भानु पाठक, राज शुक्ला, अमित पांडेय आदि ने मां की चुनरी देकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का सम्मान किया। इससे पहले सीडीओ अविनाश सिंह विध्याचल मंदिर पहुंचे व आवश्यक तैयारियों का जाजया लिया। झारखंड के सीएम के आने पर प्रशासनिक अधिकारियों ने सुबह से ही मंदिर में डेरा डाले रखा।