देवघर: मधुपुर उपचुनाव को लेकर शनिवार सुबह 7 बजे 487 बूथों पर वोटिंग की प्रक्रिया जारी है। 5 बजे तक 76.61 प्रतिशत वोटिंग हो चुकी है। मतदान केंद्रों पर कोविड गाइडलाइन का ध्यान रखते हुए वोटिंग करवाई जा रही है। बताते चलें कि 2 मई को नतीजे आएंगे। वहीं, इस बार उपचुनाव में 6 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें से भाजपा और झामुमो के प्रत्याशियों को छोड़ कर शेष निर्दलीय हैं। उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला 3.22 लाख मतदाता करेंगे। इनमें 1.70 लाख पुरुष और 1.52 लाख महिला वोटर हैं।
साथ ही बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए मतदान केंद्रों पर प्रतिनियुक्त कर्मियों व मतदाताओं के स्वास्थ्य सुविधाओं को देखते हुए पीपीई किट, सैनिटाइजर, ग्लव्स, मास्क, हैंड वॉश, थर्मल स्कैनर, फेस शील्ड आदि की व्यवस्था की गई। ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सकें।
वर्ष 1990 के बाद पहली बार सबसे कम उम्मीदवार मैदान में
1990 से लेकर अब तक के चुनाव में पहली बार ऐसा हो रहा है कि चुनावी मैदान में प्रत्याशियों की संख्या मात्र 6 है। गांधी चौक पर कुछ लोग इसी बात को लेकर चर्चा करते दिखे। मो. शमीम ने बताया कि पिछले चुनावों के मुकाबले इस बार प्रत्याशी कम होने से वोट काटने वाले प्रत्याशी मैदान में नहीं है।
2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में मधुपुर सीट से झामुमो प्रत्याशी हाजी हुसैन अंसारी ने जीत दर्ज की थी। हेमंत सरकार में वे अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बने थे। कोरोना संक्रमित होने के बाद वे ठीक भी हो गए थे, लेकिन 3 अक्टूबर 2020 को उनका निधन हो गया था। उसके बाद से यह सीट खाली है।
मधुपुर उपचुनाव में हाजी हुसैन अंसारी के पुत्र और पर्यटन मंत्री और हफीजुल हसन झामुमो के प्रत्याशी हैं। वहीं, भाजपा ने गंगा नारायण सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। साथ ही चार निर्दलीय अशोक ठाकुर, उत्तम कुमार यादव, किशन कुमार बथवाल व राजेंद्र कुमार मैदान में हैं। वहीं, मधुपुर विधानसभा सीट पर पिछले दो दशकों से झामुमो और भाजपा के बीच सीधी टक्कर होती आ रही है। इस बार भी दोनों के बीच कड़े मुकाबले की संभावना बनी हुई है।