राज्य में शहरी क्षेत्रों को जाम से मुक्त करने के लिए 35 बाईपास बनेंगे। राष्ट्रीय राजमार्गों पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई), राजकीय उच्च पथों और जिलों की मुख्य सड़कों पर बाईपास का निर्माण पथ निर्माण विभाग कराएगा। बाईपास बनने से राज्य के 35 शहरों को जाम से मुक्ति मिलेगी। पथ निर्माण विभाग ने एनएचएआई को एनएच 23, एनएच 75, एनएच 80, एनएच 99, एनएच 100 पर बाईपास बनाने का प्रस्ताव सौंपा था, जिसे एनएचएआई ने स्वीकार कर लिया है। बाईपास बनाने का मुख्य उद्देश्य जाम से निजात दिलाना है।
मुख्य सड़कों पर शहरों का विकास और क्षेत्र बढ़ा है। वाहनों का दबाव बढ़ने से शहरी क्षेत्र में जाम लगता है। इससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। राहगीरों का जाम के कारण वक्त बर्बाद होता है और अनावश्यक वाहन खासकर जिन्हें शहर से बाहर जाना होता है उनके प्रवेश के कारण जाम बढ़ता है। यह स्थिति राज्य के ज्यादातर शहरों की होने लगी है। इन समस्याओं को बाईपास बनाकर दूर कर लिया जाएगा। पथ निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख आरबी सिंह के मुताबिक एनएचएआई अपने हिस्से का काम जल्द शुरू कराने जा रहा है। पथ निर्माण विभाग बजट स्वीकृत होने के बाद प्राथिमकता तय कर बाईपास का काम शुरू कराएगा। उन्होंने कहा कि गोला में जाम की समस्या बढ़ गई है। यहां जल्द काम शुरू कराया जाएगा।
*डालटनगंज क्षेत्र में 12 बाईपास :*
एनएचएआई एनएच 75 पर कुड़ू, चंदवा, लातेहार, मातंग, मनिका, सतबरवा, पोलपोल, डालटनगंज, रेहला, गढ़वा, रमना और नगरउटारी बाईपास का निर्माण कराएगी। इन बाईपासों का निर्माण हो जाने के बाद लातेहार से उत्तर प्रदेश बॉर्डर तक वाहन फर्राटा भर सकेंगे।