खरसावां 19 जनवरी संवाददाता कुचाई के क$डकदा पुलिया में विगत १७ जनवरी को दिन-दहाडे कुचाई के तो$डागडीह गांव के ४५ वर्शीय निवासी छोटु कालिंदी पिता-कांतो कालिंदी की गाली मारकर हत्या करने की जिम्मेदारी माओवादियों ने ली है। नक्सलियों ने शनिवार की रात कुचाई आमबगान के चारदिवारी और कुचाई बैक ऑफ इं$िडया षाखा के समीप साईकिल दुकान में पोस्टर साटकर इसका खुलासा किया है। पोस्टरों में माओवादियों ने लिखा है कि एसपीओं और पुलिस मुखबीर छोटु कालिंदी की मौत की सजा दी गई और माआवादी के नाम पर निदोश आदमी को पक$डवानें का यही सजा है। निवेदक दक्षिण जोनल कमिटि भाकपा (माओवादी) लिखा गया है। बता दे विगत १७ जनवरी २०२० को सुबह ९ बजे कुचाई के तो$डागडीह गांव के ४५ वर्शीय निवासी छोटु कालिंदी पिता-कांतो कालिंदी अपने सीडी डीलक्स हिरो हों$डा बाइक संख्या जेएच ०५ एफ ०१२३ से कुचाई बजार के लिए निकला था। बजार में सामानो की खरीदारी कर दोपहर २ बजें बाइक से अपनें घर लौट रहा था। छोटु कालिंदी का बाइक जैसे ही कुचाई के क$डकदा पुलिया पार किया। वैसे ही पुलिया में घात लगाए बैठे नकापपोष अपराधियों ने उसे रोक कर दो गोली पीठ में उतार कर उसकी हत्या कर दी थी। जिससे घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई थी। इस मामले पर कुचाई पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच करने में जुटी थी। वैसे ही कुचाई में नक्सलियों ने पोस्टरबाजी कर इस हत्याकांड की जिम्मेदारी दे लिया। कुचाई में नक्सली पोस्टर बाजी की सूचना मिलते ही पुलिस ने दोनों पोस्टरों को हटा लिया गया गया। इस मामलें पर कुचाई थाना प्रभारी उदय कुमार गुता ने कहा कि कुचाई में पोस्टरबाजी किसने की इसका क्लिीयर नही है। अगर नक्सलियों ने पोस्टरबाजी की है तो नक्सली गरीब और आदिवासी निरोधी है। वे गोली के बल पर जनता में डर पैदा करना चाहते है। पुलिस मुखबरी के नाम पर निदोश व्यक्ति की हत्या कर भ्रय का माहौल तैयार करना चाहते हैं। उनकी चाहत कभी पूरी नहीं होगा। घटना स्थल पर कोई पोस्टर बरामद नहीं हुआ है। मृतक छोटु कालिंदी का पुलिस से कोई जान पहचान नही था और ना ही कोई सर्पक था। पोस्ट साटने की जांच कर कारवाई की जाएगी।
फोटो संख्या १ कुचाई आमबगान के चारदिवारी पर माओवादी के द्वारां साटा गया पोस्टर।
फोटो संख्या २ मृतक छोटु कालिंदी का फाइल फोटो।