नई दिल्ली22 नवंबर
लोकसभा में बुधवार को एसपीजी अमेंडमेंट बिल पर चर्चा का जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर तगड़ा पलटवार किया। बदले की राजनीति के कांग्रेस के आरोपों पर गृह मंत्री ने कहा कि यह बीजेपी के संस्कारों में नहीं है बल्कि कांग्रेस की पहचान है। बिना नाम लिए गांधी परिवार पर हमला करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि अबतक एसपीजी सुरक्षा के नियमों में जो भी बदलाव हुए थे, वे सिर्फ एक परिवार को ध्यान में रखकर हुए, पहली बार पीएम की सुरक्षा को ध्यान में रखकर बदलाव हो रहा है। उन्होंने कहा कि एसपीजी प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए है, इसका स्टेटस सिंबल के तौर पर इस्तेमाल नहीं होगा। बता दें कि बुधवार को जोरदार बहस के बाद लोकसभा ने एसपीजी अमेंडमेंट बिल को मंजूरी दे दी।
सुरक्षा वापस नहीं हुई बल्कि बदली गई है: शाह
गांधी परिवार की सुरक्षा के साथ समझौते के कांग्रेस के आरोपों पर गृह मंत्री ने कहा कि पहले उनकी सुरक्षा में जितने सुरक्षाकर्मी लगे होते थे, अब भी उतने या उससे ज्यादा ही होंगे। गृह मंत्री ने कहा, ‘इस प्रकार की बातें देश की जनता के सामने लाई जा रही हैं कि एसपीजी ऐक्ट को गांधी परिवार की सुरक्षा हटाने के लिए बदला जा रहा है। ये वास्तविकता नहीं है। ऐसी भी बात देश के सामने लाई गई कि गांधी परिवार की सरकार को चिंता नहीं है। मैं बताना चाहता हूं कि सुरक्षा हटाई नहीं गई है बल्कि सुरक्षा बदली गई है। उन्हें सुरक्षा जेड प्लस सीआरपीएफ कवर, एएसएल और एम्बुलेंस के साथ दी गई है।’
सिर्फ एक परिवार के लिए बदले गए थे एसपीजी के नियम: शाह
गृह मंत्री ने कहा कि एसपीजी प्रोटेक्शन सिर्फ प्रधानमंत्री और उनके परिवार के उन सदस्यों को जो प्रधानमंत्री आवास में उनके साथ रहते हैं, उनको मिलेगा। अमित शाह ने कहा कि एसपीजी सुरक्षा के नियमों को सिर्फ एक परिवार को ध्यान में रखकर बदला गया। उन्होंने कहा, ‘एसपीजी बनते कैसे है? एसपीजी के सुरक्षाकर्मी कोई बाहर से नहीं आते। वे सीआरपीएफ के ही जवान होते हैं, बीएसएफ के ही जवान होते हैं। इसका काम प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए होती है। कहा जाता है कि एसपीजी के नियम कई बार बदले, 5 बार बदले…अब बदला, तब बदला…पांचों बार बदलाव सिर्फ एक परिवार को ध्यान में रखकर किए गए हैं। पहली बार इस बार प्रधानमंत्री की सुरक्षा को ध्यान में रखकर बदलाव हो रहा है।’
‘राव, मनमोहन की सुरक्षा बदली तब क्यों नहीं मचा हो हल्ला’
गृह मंत्री ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए पूछा कि जब पूर्व प्रधानमंत्रियों चंद्रशेखर, नरसिंह राव, गुजराल या मनमोहन सिंह की सुरक्षा बदली गई तब उसने सवाल क्यों नहीं उठाए। उन्होंने पूछा कि चिंता व्यक्त करने के 2 अलग-अलग मापदंड क्यों हैं। शाह ने कहा, ‘चंद्रशेखरजी की सुरक्षा ली गई तो किसी कांग्रेसी ने सवाल नहीं उठाए। नरसिंह राव की सुरक्षा बदली गई, उनके परिवार से सुरक्षा वापस ली गई लेकिन किसी ने नहीं बोला। आई. के. गुजराल की सुरक्षा खतरे के बावजूद वापस ली गई तो किसी ने नहीं बोला।’ उन्होंने कहा, ‘चिंता किसकी है, वीआईपी की है, देश के नेतृत्व की है या एक परिवार की है, इसकी स्पष्टता होनी चाहिए।’
गृह मंत्री शाह ने कहा, ‘डॉक्टर मनमोहन सिंह की सुरक्षा उसी नियम के तहत बदली गई तब भी किसी से हो हल्ला नहीं किया। चिंता व्यक्त करने के 2 मापदंड क्यों है, यह देश की जनता को समझना चाहिए। यह केवल और केवल एक परिवार के लिए है, यह सुरक्षा की चिंता नहीं है। एसपीजी को स्टेटस सिंबल बनाया गया।’
असल में सुरक्षा तो नरेंद्र मोदी की घटी है: अमित शाह
गृह मंत्री ने कहा कि एसपीजी ऐक्ट में बदलाव से असल में सुरक्षा तो नरेंद्र मोदी की घटी है। उन्होंने कहा, ‘असल में एसपीजी के नियमों में बदलाव से सुरक्षा तो नरेंद्र मोदीजी की घटी है। जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री रहेंगे तो उनकी सुरक्षा तुरंत हट जाएगी।’ उन्होंने कांग्रेस सदस्यों को आश्वस्त किया कि गांधी परिवार की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं हुआ है। शाह ने कहा, ‘मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि एक भी सुरक्षाकर्मी घटाए नहीं गए हैं, बल्कि बढ़ाए ही गए हैं। लेकिन सुरक्षा के बजाय एसपीजी को स्टेटस सिंबल की तरह लिया जा रहा है।’