रामगोपाल जेना
चक्रधरपूर।
शहीद निर्मल महतो कुड़मि भवन राखा आसनतलिया में टोटेमिक कुड़मि समाज छोटानागपुर ,आदिवासी कुड़मि समाज पश्चिमी सिंहभूम, झारखंड कुड़मालि भाषा विकास परिषद के संयुक्त तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया गया ,इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधायक बहादुर उरांव ,विशिष्ट अतिथि के रुप में डॉ सच्चिदानंद राम उपस्थित थे , सभाध्यक्ष पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष सह संंस्था के संरक्षक श्याम सुंदर महतो थे, सभा का संचालन आदिवासी कुड़मि समाज केन्द्रीय कमिटी के महासचिव सह झारखंड कुड़मालि भाषा विकास परिषद के सचिव ओमप्रकाश महतो ने की , इस अवसर पर श्याम सुन्दर महतो ने कहा कि हम भाषा एवं संस्कृति की रक्षा के लिए यदि सजग न रहें तो आज के इस वैश्वीकरण के प्रभाव में पहले भाषा विलुप्त हो जाएगी तत्पश्चात संस्कृति स्वतः नष्ट हो जाएगी ,बहादुर उरांव ने कहा कि किसी भी भाषा का संरक्षण तभी संभव है जब उसकी व्यवसायीकरण के साथ साथ सरकारी संरक्षण प्राप्त हो , खास कर झारखंड इस मामले में भाग्यशाली है कि यहाँ के मूलवासियों की नौ भाषाएँ द्वितीय राजभाषा का दर्जा प्राप्त कर चुकी हैं पर सरकार को उन भाषाओं के विकास हेतु विशेष ध्यान देना होगा, इस अवसर पर टोटेमिक कुड़मि समाज के अध्यक्ष शंकर लाल महतो, सचिव करन महतो , संरक्षक शिव चरण महतो ,आदिवासी कुड़मि समाज के जिला सचिव संजीव केटिआर , झारखंड कुड़मालि भाषा विकास परिषद के अध्यक्ष बलराज कुमार हिन्दुवार के अलावा शत्रुघ्न महतो, गुलशन पुनअरिआर,सुमित महतो,चंदन बंसिरिआर,बलवंत महतो,अरविंद हिन्दुवार के अतिरिक्त कई छात्र उपस्थित थे
कार्यक्रम की शुरुआत कुड़मालि भाषा के पुरोधा लखिकांत मुतरूआर के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर की गई
उसके बाद विभिन्न वक्ताओं ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला सभा में सभी ने अपनी मातृभाषा को बचाने का संकल्प लिया धन्यवाद ज्ञापन दिनेश बंसिरिआर ने की।